Part time CA in making, part time a bookhouse competing with myself every moment to read more and more, and my 10 year old inner self still waiting for a Hogwarts letter by owl post, I found myself wondering more than once what childhood must be for those not priviledged enough to dream like me....
उन बच्चों के आंसूओं में, उनके कटे-फटे हाथों में, उन के बेबस चेहरों में, मैं अपने आप को ढूंढता हूं। जब वो भूख से बिलबिलाते हैं, जब वो मार खा कर चिल्लाते हैं, और जब वो रोते हुए सो जाते हैं, तब मैं भी उनके साथ रोता हूं। मैं…