बेटियां

लम्हा खुशी का है बेटियां , घर आंगन खिलखिलाते हैं हंसती है जब बेटियां, हर घर की शान है बेटियां , समाज की बुनियाद है बेटियां फिर भी पैदा होने पर ताने क्यों सुने बेटियां..... ताउम्र कुछ रिश्तो का कुछ संस्कार का बोझ उठाती है बेटियां उड़कर बहुत…